ईरान प्रतिनिधि ने कहा- भारत चाबहार परियोजना का हिस्सा है और हमेशा रहेगा, बताया नजदीकी मित्र।
ईरान (Iran) ने बहुत ही स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत (India) सबसे करीबी और अच्छे दोस्तो में से एक है और वह हमेशा चाबहार रेल परियोजना ((Chabahar Rail Project) का हिस्सा रहेगा. ईरान ने कहा है कि एक भारतीय अखबार ने चाबहार डील की शर्तों को वगैर अच्छी तरह पढ़ें एक गलत खबर प्रकाशित की, जिससे पूरी तरह से दुविधा उत्तपन्न हुई है. चाबहार परियोजना में भारत की हिस्सेदारी वैसी ही है जैसे कि पहले थी।
ईरान के पोर्ट एंड मैरीटाइम ऑर्गनाइजेशन के फरहाद मोंताज़िर ने कहा कि यह दावा पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने कहा, ईरान ने चाबहार में निवेश के लिए भारत के साथ केवल दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। एक बंदरगाह की मशीनरी और उपकरणों के लिए है और दूसरा भारत के 150 मिलियन डॉलर के निवेश के बारे में है। कुल मिलाकर, उन्होंने स्पष्ट किया है कि चाबहार में ईरान-भारत के सहयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं है। बता दें कि कुछ दिनों पहले ऐसी खबरें आई थीं कि ईरान ने चाबहार रेल परियोजना से भारत को बाहर कर दिया है। यह माना जाता था कि यह ईरान और चीन के बीच $ 400 बिलियन के सौदे का प्रभाव है। भारत के कुछ न्यूज agency ने गलत खबर को भी ऐसे पेश किया है कि सबको ऐसा लग ये डील रदद् लग रही थी।
इन गलत खबरों को दिखाने वालें चैनलों में @theprint, @ lallantop @outlookindia @ndtv जैसे बड़े न्यूज़ एजेंसी थे, आखिर ये दुविधा किसने उत्तपन्न की और वायरल किया ये जांच का विषय है। परंतु जब ऐसी खबर आयी तो भारत सरकार ने भी इसका खंडन क्यो नही किया ये सोचने वाली बात हैं।
Conspiracy to cancel Iran-India project by spreading false news.
Iran representative said - India is and always will be part of the Chabahar project, told a close friend.
Iran has stated very clearly that India is one of the closest and best friends and will always be a part of the Chabahar Rail Project. Iran has said that an Indian newspaper Read the terms of the Chabahar Deal without a good read, publishing a false news that has led to a complete dilemma. India's participation in the Chabahar project is the same as it was before.
Farhad Montazir of the Port and Maritime Organization of Iran said that this claim is completely untrue. He said, Iran has signed only two agreements with India for investment in Chabahar. One is for port machinery and equipment and the other is about India's $ 150 million investment. Overall, he has clarified that there is no restriction on #Iran-India cooperation in Chabahar. Please tell that a few days ago there were reports that Iran has excluded India from the #Chabahar rail project. It was believed to be the effect of a $ 400 billion deal between Iran and China. Some news agency of India has also presented the wrong news in such a way that this deal was canceled.
The channels that showed these misinformation were big news agencies like @theprint, @ lallantop @outlookindia @ndtv, after all who raised this dilemma and made it viral is the subject of investigation. But when such news came, the Indian government also did not deny it, it is a matter of thinking.
Conspiracy to cancel Iran-India project by spreading false news.
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